भाषा भारती आर्ट्स


आपकी वेबसाइट, संभावित क्लाइंट के साथ मिलने का मुख्य स्थान है। लोगों का अधिक से अधिक ध्यान आकर्षित करने के लिए अपनी साइट का लोकलाइजेशन करवाएं।

प्रत्येक भारतीय भाषा में बहु-भाषी वेबसाइट, भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए आर्थिक रूप से सबसे प्रेरक व्यवस्था और बुनियादी इंतजाम बन गया है।

सभी भारतीय भाषाओं में बहु-भाषी वेबसाइट, भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए सबसे लागत प्रभावी समाधान और आवश्यक सामग्री साबित हो रही है। स्मार्टफोनों के माध्यम से इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की अभूतपूर्व वृद्धि और उत्पाद एवं सेवा सम्बन्धी जानकारी के लिए स्थानीय भारतीय भाषा में ब्राउज करने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण ऐसा हो रहा है।

पहला कदम बढ़ाएं और भारतीय बाजार के लिए अपनी वेबसाइट का लोकलाइजेशन करवाएं।

आपको एकाधिक भाषाओं में अपनी वेबसाइट का लोकलाइजेशन क्यों करवाना चाहिए?

आज की डिजिटल दुनिया में, इसे भाषागत एसईओ की मदद से अच्छी तरह लोकलाइज करने पर, आपकी वेबसाइट ज्यादा से ज्यादा लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए एक शक्तिशाली मंच की तरह काम कर सकता है। बहु-भाषी वेबसाइट, स्थानीय भाषा वाली वेबसाइटों की बढ़ती संख्या के कारण पहले से कहीं अधिक एक जरूरत बनती जा रही है।

  1. अन्य भाषा वाली वेबसाइटों की बढ़ती संख्या के कारण वैश्विक बाजार में अंग्रेजी की पहुँच सीमित है।
  2. इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के प्रतिशत की दृष्टि से भारत की गिनती, दुनिया में सबसे तेजी से वृद्धि करने वाले देशों में हो रही है। इसका एक मुख्य कारण, ग्रामीण भारत में इंटरनेट उपयोग सुविधा में होने वाली वृद्धि है। स्वाभाविक रूप से, जल्द ही स्थानीय भाषा वाली वेबसाइट की जरूरत बढ़ जाएगी।
  3. शोध संकेतों से पता चलता है कि भाषा के लगाव के कारण लोग अंग्रेजी वेबसाइट की तुलना में अपनी स्थानीय भाषा वाली साइटों में दोगुना ज्यादा समय बिताते हैं
  4. भारत में इंटरनेट की वृद्धि: इंटरनेट के उपयोग को बढ़ाने के लिए भारत सरकार के नेतृत्व में डिजिटल इंडिया आन्दोलन के ‘मेक-इन-इंडिया’ सन्देश और पहल के कारण शहरी और ग्रामीण भारत दोनों जगह इंटरनेट के उपयोग में अद्भुत वृद्धि हुई है। इंटरनेट की वृद्धि के रुढ़िवादी अनुमान के अनुसार, वर्ष 2018 के अंत तक भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या लगभग 500 मिलियन तक पहुँच जाएगी। हर महीने 6 मिलियन उपयोगकर्ता जुड़ते जा रहे हैं।

इंटरनेट की वृद्धि के लिए प्रमुख कारक:

  • स्मार्टफ़ोनों का अत्यधिक उपयोग
  • बेहतर कनेक्टिविटी
  • अधिक सामर्थ्य
  • अधिक जागरूकता

अतिरिक्त वृद्धि के लिए भाषा भारती की पहल

इंटरनेट की वृद्धि के बावजूद, कुल जनसंख्या के एक प्रतिशत के रूप में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या, दुनिया के अधिकांश देशों की तुलना में भारत में सबसे कम है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिकांश भारतीय लोगों को अंग्रेजी समझ में न आने के कारण यह भाषा नहीं बोली जाती है। सभी भारतीय भाषाओं में वेबसाइट लोकलाइजेशन, वेब एप्स और मोबाइल एप्स द्वारा भारतीय भाषा सामग्री का विकल्प मिलने पर, इंटरनेट उपयोग के लिए भाषा अवरोध समाप्त हो जाएगा और इंटरनेट उपयोग में और ज्यादा वृद्धि होना तय है।

चूंकि भाषा, इंटरनेट उपयोग की अतिरिक्त वृद्धि के लिए एक बहुत बड़ा अवरोध है, इसलिए भाषा भारती, जो 1968 से भारतीय भाषा अनुवाद में अग्रणी है, इसने सभी भारतीय भाषा में किए जाने वाले भाषागत एसईओ के साथ वेबसाइट लोकलाइजेशन प्रदान करने के लिए खुद को तैयार कर लिया है।

सभी भारतीय भाषाओं में वेबसाइट लोकलाइजेशन, डायरेक्ट मार्केटिंग का भविष्य है

भारत सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के कारण डिजिटल संचार के लाभ के बारे में जागरूकता बढ़ रही है। इसके फलस्वरूप सभी भारतीय भाषाओं में वेब सामग्रियों की मांग बढ़ने लगी है। प्रमुख भारतीय भाषा में बहु-भाषी वेबसाइट, ग्रामीण भारत तक पहुँचने के लिए एक तत्काल और लागत प्रभावी समाधान है।

भाषा भारती, जो कि भारतीय भाषागत अनुवाद में अग्रणी है, इसके पास हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, असमिया, बंगाली, उड़िया, तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम और उर्दू में वेबसाइट लोकलाइजेशन प्रदान करने के लिए सभी संसाधन हैं।

हमने प्रमुख भारतीय भाषाओं के साथ-साथ अन्य भाषाओं जैसे चीनी, अरबी, जापानी, कोरियाई, जर्मन, फ्रांसीसी, स्पेनिश, रूसी, इतालवी और पुर्तगाली भाषाओं में भी वेबसाइट लोकलाइजेशन किया है। हमारे क्लाइंट्स जिनके लिए हमने वेबसाइट लोकलाइजेशन किया है उनमें से कुछ के नाम हैं - टाटा ग्रुप, आदित्य बिड़ला ग्रुप, हीरो मोटोकॉर्प, पर्यटन मंत्रालय की इनक्रेडिबल इंडिया वेबसाइट, गोवा पर्यटन, केरल पर्यटन।

स्थानीय भाषा वाली वेबसाइटों की संख्या में होने वाली वृद्धि के कारण और उत्पाद एवं सम्बन्धी जानकारी के लिए स्थानीय भाषा में ब्राउज करने की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण भारतीय बाजार में भारतीय भाषा में वेबसाइट लोकलाइजेशन प्रभावी साबित हो रहा है।

हिंदी में वेबसाइट लोकलाइजेशन, उसके बाद अन्य भारतीय भाषाओं में वेबसाइट लोकलाइजेशन शायद पहला चरण है क्योंकि 70% भारतीय, अंग्रेजी से परिचित और आरामदायक नहीं हैं।

मेक-इन-इंडिया और मार्केट-इन-इंडिया

चाहे आप भारत में निर्माण करते हैं और भारत में बिक्री करते हैं या बस भारत में बिक्री करना चाहते हैं, सभी भारतीय भाषाओं में वेबसाइट लोकलाइजेशन जरूरी है। अंग्रेजी की पहुँच सीमित है। भारत, अलग-अलग संस्कृति और भाषा वाला देश है। वक्ताओं की दृष्टि से, प्रत्येक शीर्ष भारतीय भाषा वक्ताओं की संख्या, किसी भी प्रमुख यूरोपीय भाषा वक्ताओं से अधिक है।

हमें अपने मार्केटिंग लक्ष्यों के बारे में बताएं। हम आपको भारतीय भाषाओं में वेबसाइट लोकलाइजेशन के लिए भाषा मिश्रण का सुझाव देंगे। डिजिटल इंडिया का सपना तब तक पूरा नहीं हो पाएगा जब तक प्रत्येक भारतीय, ज्ञान, व्यापार और वाणिज्य के लिए इंटरनेट को अपना नहीं लेता।

अनुवाद से परे चले जाएं। डिजिटल वेव का लाभ उठाएं। भारतीय बाजार के लिए अपने वेबसाइट सॉफ्टवेयर और ऑडियो-विजुअल संचार को लोकलाइज करें।

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350

खुश क्लाइंट्स

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जीते गए पुरस्कार